♫ तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है, ये उठे सुबह चले, ये झुके शाम ढले, मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले। (मज़रूह,मदनमोहन) Jan 19, 2016 37